पूजा के बारे में
काशी विश्वनाथ मंदिर के पवित्र परिसर के निकट विराजमान, पाशुपतिनाथ महादेव मंदिर मनोकामना पूर्ति के लिए जाना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो अपने भक्तों को सांसारिक बंधनों से मुक्ति दिलाते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो श्रद्धालु सच्चे मन से यहां आकर कष्ट मुक्ति का आशीर्वाद मांगते हैं,उन पर भोले बाबा कृपा बरसाते हैं और सभी परेशानियों से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। मंदिर की प्राचीनता और मिट्टी, पत्थर एवं लकड़ी की कलाकारी इसके आध्यात्मिक महत्व को और भी बढ़ा देती है। मंदिर में प्रवेश करते ही मन को शांति मिलती है और भक्तों के मंत्रोच्चार से पूरा वातावरण दिव्य हो उठता है।
मंदिर की जानकारी
मानसिक और भौतिक बंधनों से मुक्ति दिलाने वाले भगवान शिव को समर्पित, काशी में पाशुपतिनाथ महादेव मंदिर श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। 19वीं शताब्दी में नेपाल के राजा द्वारा निर्मित, यह मंदिर काठमांडू के प्रसिद्ध पाशुपतिनाथ मंदिर की एक अनुकृति है। मंदिर मिट्टी, पत्थर और लकड़ी की शिल्पकला का एक सुंदर प्रदर्शन है। "नेपाली मंदिर" के नाम से भी जाना जाने वाला, यह मंदिर भारत-नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।
इस पूजा के लाभ
माना जाता है कि महादेव की पूजा करने से जीवन में सारे कष्टों से मुक्ति से मिलती है और उनकी कृपा से धन, संपत्ति, वित्तीय उन्नति एवं आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है।
महादेव के रुद्राभिषेक करने से जीवन के सारे मनोकामना की पूर्ती का आशीर्वाद मिलता है
माना जाता है कि पंचामृत शिव अभिषेक करने से व्यक्ति के अंदर मौजूद पांच दुर्गुणों जैसे- काम (वासना), क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार का नाश होता है जिससे मन शुद्ध होता है। यह पूजा सभी प्रकार के पापों का नाश करता है और जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करता है
यदि किसी विद्वान पंडित द्वारा शुभ समय पर उचित अनुष्ठान के साथ रुद्राभिषेक पूजा एवं शिव हवन की जाए तो व्यक्ति के जीवन से किसी भी परेशानी और नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव को खत्म कर देती है।
पहले की गई पूजा
मानसिक और भौतिक बंधनों से मुक्ति दिलाने वाले भगवान शिव को समर्पित, काशी में पाशुपतिनाथ महादेव मंदिर श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। 19वीं शताब्दी में नेपाल के राजा द्वारा निर्मित, यह मंदिर काठमांडू के प्रसिद्ध पाशुपतिनाथ मंदिर की एक अनुकृति है। मंदिर मिट्टी, पत्थर और लकड़ी की शिल्पकला का एक सुंदर प्रदर्शन है। "नेपाली मंदिर" के नाम से भी जाना जाने वाला, यह मंदिर भारत-नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।
पूजा प्रक्रिया.
ऊपर स्क्रॉल करें और 4 अलग-अलग पूजा पैकेज विकल्पों में से चयन करें।
अपनी पूजा के साथ गौ सेवा, वस्त्र दान, दीप दान भी करें। पूजा के लिए भुगतान करें.
भुगतान के बाद, व्हाट्सएप पर भेजे गए संकल्प फॉर्म में अपना नाम और गोत्र दर्ज करें।
अनुभवी पंडित इस SAHUMIK वैदिक पूजा को संपन्न करेंगे और आपके व्हाट्सएप नंबर पर अपडेट प्रदान किए जाएंगे।
अपने पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर 2-3 दिनों में पूजा वीडियो प्राप्त करें। तीर्थ प्रसाद पूजा के 8-10 दिनों के भीतर वितरित किया जाता है।
आर्थिक रूप से असमर्थ लोगों के लिए फ्री पूजा
अगर आप पूजा और प्रसाद शुल्क देने में आर्थिक रूप से अमसर्थ है तो कृपया हमे बताएं हम पूजा वीडियो और पूजा प्रसाद बिना किसी शुल्क के आपको भेजेंगे .
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